रंजो गम जमाने के सह गया
लब पे ना shikwa ना gila
कदम आगे बढ़ा के हटाया
आख़िर तुम्हे क्या मिला .
Wednesday, March 4, 2009
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" मेरी rachnaaye हैं सिर्फ अभिव्यक्ति का maadhyam , 'एक कहानी samjhe बनना फिर जीवन कश्मीर महाभारत ! "
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