[ ए अहद कह दे अपनी मिट्टी से 
  दाग लगने न पाए कफ़न पर 
   हमने आज ही बदले हैं कपडे 
   आज ही हम नहाए हुए हैं !!! ]
Sunday, August 1, 2010
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" मेरी rachnaaye हैं सिर्फ अभिव्यक्ति का maadhyam , 'एक कहानी samjhe बनना फिर जीवन कश्मीर महाभारत ! "
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