Monday, May 26, 2025

शेर( कब वो रास्ता भूलकर)

. कौन जाने कब वो रास्ता भूल कर पलट आए
उम्मीद की शम्मअ जलाए रखना है काम मेरा

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ROM ROM SE KARUNAMAY, ADHARO PE MRIDU HAAS LIYE, VAANI SE JISKI BAHTI NIRJHARI, SAMARPIT "RATAN" K PRAAN USEY !!!