हमारा खुदा के सिवा---!!!
तुम्हारे तो हम जैसे हजारों होंगे,
हमारा तुम्हारे जैसा कोई नहीं/
मरहले यूँ ही नहीं हल हो जाते,
हमारा भी एक खुदा के सिवा कोई नहीं//
अपना समझो रतन को---!!!
दुःखों से बचा लेगा, इसी का आसरा है,
वरना कौन इन पलों में पहचानता है मुझे/
तुम्हीं से गुजारिश, तुम्हारी परशतिश का इरादा है,
अपना समझो" रतन" को, इसी का आसरा है मुझे//
राजीव रत्नेश
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