जो कुछ सुनाना है सुना दे ऐ दिल ,
आज फिर बज़्म मे वो आये हुए हैं ।
दर्द का असर उन पर भी है मालूम ,
मगर बात वो होठों मे दबाये हुए हैं ।
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" मेरी rachnaaye हैं सिर्फ अभिव्यक्ति का maadhyam , 'एक कहानी samjhe बनना फिर जीवन कश्मीर महाभारत ! "
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