हम तुम्हे प्यार करते थे कबसे
शायद जब दुनिया नहीं थी तबसे
न चाहा तुझसे कभी कुछ हमने
जबकि तू मुझे नहीं मिली थी शायद तबसे
कौन आदम है कौन हौवा है न जाना हमने
फिर भी खा ही लिया सेब हमारे ही वास्ते
ज़हरेज़ाम कहूँ या मौतों कि फेहरिस्त
तुम मौत हो या इससे बढ़कर नहीं मालूम हमें
इरादा न मेरा था न तुम्हारा था फिर मिले कैसे
एक अनजान से इशारे से बतौर सिवा किसके
न हम समझे हैं न ही कुछ जानते हैं कोन ज़िम्मेवार
कोन खतावार था जब पैदा न हुआ था ज़माना हमसे
न गिला न शिक़वा आराम से रहा
कब्र में सोने से पहले न जानते थे मिले थे कब हमसे
मैंने भी खुदा के लिए ही खुदा को चाहा
' रतन ' पर मिला न मुझसे कभी वादा करके हमसे
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शायद जब दुनिया नहीं थी तबसे
न चाहा तुझसे कभी कुछ हमने
जबकि तू मुझे नहीं मिली थी शायद तबसे
कौन आदम है कौन हौवा है न जाना हमने
फिर भी खा ही लिया सेब हमारे ही वास्ते
ज़हरेज़ाम कहूँ या मौतों कि फेहरिस्त
तुम मौत हो या इससे बढ़कर नहीं मालूम हमें
इरादा न मेरा था न तुम्हारा था फिर मिले कैसे
एक अनजान से इशारे से बतौर सिवा किसके
न हम समझे हैं न ही कुछ जानते हैं कोन ज़िम्मेवार
कोन खतावार था जब पैदा न हुआ था ज़माना हमसे
न गिला न शिक़वा आराम से रहा
कब्र में सोने से पहले न जानते थे मिले थे कब हमसे
मैंने भी खुदा के लिए ही खुदा को चाहा
' रतन ' पर मिला न मुझसे कभी वादा करके हमसे
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