किसी ने कहा था मुझसे
ताज महल आगरा मे है
पर मेरा तो बिल्कुल
मेरी निगाह मे है।
वो ईमारत है
ये पैकर है
हुस नो शबाब का
जिस का मोहब्बत से मैंने
रख दिया वही नाम
जिसको शाह जहाँ ने
banwa कर क काटे
कारीगरों के हाथ
वो शाह था जिस को
किसी ने कुछ न कहा
मैं भी ना kahunga
bhale कर दे दिल का काम tamaam
वो ताज महल नही
सिर्फ़ किसी gareeb की
mahobbat का है mazak
पर शाह मे और mujhme
faasla saalon साल का है
उसे मुबारक हिंदुस्तान
मुझे सिर्फ़ adad
सिर्फ़ एक adad
चाहिए वही ताज महल
नही kaatne किसी के बालोंपर
हर एक को aajadi मुबारक
हम तुम aajad hind के
aajad बिल्कुल aajad ibarat
वो sang है but का turbat
तुम sang दिल ही सही
पर मेरे khayalon की तो हो mallika
मुझे mumtaj से नही misbat
न शाह जहाँ से काम
न ही patthar की ईमारत से taaluk
किसी भी सूरत मुझे अपना
अपना ही ताज महल चाहिए
जो की मेरी nigahon मे है.
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