" मेरी rachnaaye हैं सिर्फ अभिव्यक्ति का maadhyam , 'एक कहानी samjhe बनना फिर जीवन कश्मीर महाभारत ! "
रंग पोतपात के
कोई गुझिया खिला जाएगा
ये दिल ऐसे ही थोड़े
बहल जाएगा
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